ऐसा क्या जादू है उत्तराखंड की हंसी वादियों में कि हर साल लाखों लोग खिंचे चले जाते हैं। पहाड़, गर्मी, छुट्टी, टूर ये सब नाम लगभग एक दूसरे का पर्याय बन चुके हैं। इस लिस्ट को थोड़ा आगे बढ़ाएं तो इसमें कुछ नाम और जुड़ जाते हैं, कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड। पिछले 2-3 दशकों में पहाड़ों की यात्रा करने वालों की संख्या में भारी उछाल आया है, जिसकी कई वजहों में से एक शायद डिजिटल मीडिया के माध्यम से इन जगहों का टूर डेस्टिनेशन के तौर पर प्रचार भी है।
इन पूरी ही प्रक्रिया के कई तरह के फायदे और नुकसान हैं। मसलन टूरिस्ट डेस्टिनेशन की वजह से इन जगहों पर व्यापारिक (छोटी व बड़ी) गतिविधियां शुरू हुई हैं। बहुत से स्थानीय लोगों की आजीविका का आधार ये सब गतिविधियां बनी हैं। इन तीनों ही पहाड़ी राज्यों की आय का एक बड़ा हिस्सा टूरिस्ट गतिविधियों से आता है।
आज हम बात करेंगे उत्तराखंड के बारे में। हिमालय की तराई में फैले चौड़े-लंबे-ऊंचे पहाड़ (जिन्हें हम गढ़वाल हिमालय के तौर पर जानते हैं)। यहां की खुली हवा में सांस लेना मानो स्वर्ग का अहसास करना है। रोजा फिल्म का वो गाना आपको याद होगा “ये हंसी वादियां, ये खुला आसमां आ गए हम कहां ए मेरे साजना…” आप ये गाना यहां सुन सकते हैं।
उत्तराखंड की हसीन वादियों में जाने का अलग ही मजा है। वहां के जंगलों में फैली शांति, सुहावना मौसम और अद्भुत नजारे सब मन को मोह लेने वाले चित्र वहां मौजूद हैं। अगर कभी आप उत्तराखंड जाओगे तो आपको लगेगा कि जैसे वहां कल-कल करती बहती नदियों का पानी मानो आपसे कुछ कहता हुआ बहता है। हर एक चीज आपसे बात करती हुई लगेगी। मंदिरों की घंटियों की टन-टन एक साथ मिलकर जैसे कोई नया राग गढ़ रही हैं। एक अजीब सी धुन होती है उस शोर में। श्रावण मास में तो आपको वहां देशी-विदेशी श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ देखने को मिलेगी। प्रकृति का एक अद्भुत सुंदर नजारा देखने को मिलता है। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आप वही कहीं बस जाना चाहेंगे।
उत्तराखंड में आप कहां-कहां जा सकते हैं और क्या-क्या देख सकते हैं?
आप उतराखंड में मसूरी, केदारनाथ, बद्रीनाथ, हरिद्वार, नैनीताल, ऋषिकेश, गंगोत्री और यमुनोत्री, पिथोरागढ़ आदि जगहों पर जा सकते हैं। जहां आपको सुंदर पहाड़, नदियां, झरने व भव्य मंदिर देखने को मिलेंगे। वहां आप ऋषिकेश में वाटर राफ्टिंग, माउंटेनिंग बाइकिंग, बंजी जंपिंग जैसी एक्टिविटी करने को मिलेंगी। नैनीताल में आपको बर्फीले पहाड़ देखने को मिलेंगे। केदारनाथ (जहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते है) में आप बर्फ से ढकी चोटियां और अनगनित पर्वतमालाएं देख सकते हैं। देहरादून जो उतराखंड की राजधानी है, में आप वेली पार्क, चिड़िया घर, पिकनिक स्पॉट, राफ्टिंग, ट्रैकिंग व पैराग्लाइडिंग जैसे चीज़े देख व कर सकते हैं।
घूमने जाते समय रखनी जाने वाली सावधानियां
आप भीअगर उत्तराखंड घूमने जाना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है-
- बरसात के मौसम ना जाएं। वहां बारिश ज्यादा होती है, जिसकी वजह से पहाड़ों का टूटना आम बात है। 2013 में उत्तराखण्ड में आई बाढ़ और तबाही शायद आपको याद होगी। आंकड़ों के अनुसार 6 हजार से भी ज्यादा लोग आज तक लापता
- हमे वहां जाकर प्रकृति के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए।
- हमे कूड़ा कचरा नहीं फैलाना चाहिए। सोचिए हमारी जितनी ज्यादा प्रकृति बची रहेगी, हमारे आनंद लेने के अवसर भी बचे रहेंगे।
- आपको वहां जाकर ध्यान रखना चाहिए कि वहां के सामान्य जन जीवन पर कोई प्रभाव न पड़े।
याद रखिए प्रकृति सुरक्षित रहेगी तो हम भी सुरक्षित रहेंगे। प्रकृति नहीं बचेगी तो कुछ नहीं बचेगा।
तो कब जा रहे हैं आप उत्तराखंड।
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