CHILD ADOPTION IN INDIA PROCESS

हर अनाथ बच्चे को चाहिए एक परिवार, प्यार और शिक्षा। भारत जैसे बड़े आबादी वाले देश में हजारों अनाथ आश्रमों में लाखो बच्चे हैं जिन्हे एक परिवार की आवश्कता है। हर बच्चे को परिवार का प्यार मिलना चाहिए। हर बच्चे को भावनात्मक और वित्तीय तौर पर एक परिवार की आवश्कता होती हैं। किसी बच्चे को एक परिवार देना माता पिता का प्यार देना बहुत अच्छा काम होता है इससे बड़ा शायद ही कोई पुण्य हो कि किसी बच्चे की जिंदगी को संवारा जा सके। पर हमारे यहां माना जाता है कि अपनी संतान अपनी होती हैं हम किसी और के बच्चे को क्यों पाले?

वो परिवार या दंपति जिन्हे जैविक प्रक्रिया से बच्चे नहीं होते वो आजकल सरोगेसी, टेस्ट ट्यूब बेबी, आईवीएफ जैसे तरीके अपनाते है। लाखों रुपये खर्च करते हैं। हम इसके खिलाफ नहीं हैं लेकिन अगर आप किसी अनाथ आश्रम के बच्चे को गोद ले ले तो उस बच्चे को एक परिवार मिल जायेगा और आपके परिवार को एक बच्चा। किसी बच्चे की जिंदगी बन जायेगी उसे भी पढ़ाई व अपने सपने पूरे करने के समान अवसर मिल सकते हैं। पर अधिकतर लोग ऐसा नहीं करते है उन्हे लगता है कि खुद का बच्चा खुद का होता है।

लेकिन एक बार सोच कर देखिए कि आपकी इस सोच के कारण कितने बच्चे परिवार व माता पिता के बिना रह जाते हैं। हर जरूरत मंद परिवार या दंपति को बच्चा गोद लेना चाहिए जिसे किसी अनाथ बच्चे को परिवार का प्यार मिल सके।

बच्चा गोद लेना एक एक बहुत खूबसूरत चीज है क्योंकि यह लोगों को  बच्चे का पालन पोषण करने का अवसर प्रदान करता है। यह कोई बड़ा जटिल काम भी नहीं है। ठीक उसी तरह जैसे लोग बच्चा पैदा करने के लिए अनगिनत कारण चुनते हैं, वैसे ही बच्चा गोद लेने के भी अनेक कारण हैं। जैसे-

  • बांझपन से जूझ रहे जोड़े के लिए, आईवीएफ उपचार में शामिल भावानात्मक और वित्तीय जोखिम के बिना, गोद लेना एक बच्चे को अपने परिवार से जोड़ने का एक आसान तरीका है।
  • अगर आप एकल अभिभावक बना चाहते है तो  बच्चा गोद लेने से बेहतर कुछ भी नहीं है।
  • अगर अभिभावक समान लिंग के है और बच्चे का पालन पोषण साथ मिलकर करना चाहते हैं तो भी बच्चा गोद लेना अच्छा उपाय है। 
  • माता पिता दोनो में से किसकी भी कोई ऑटो इम्मयून बीमार जैसे डायबिटीज है और गर्भवती होना से उसके शरीर को खतरा है तो भी बच्चा गोद ले सकते है। गोद लेना उन लोगो के लिए एक सुरक्षित विकल्प है।
  • परिवार में चलने वाले अनुवांशिक विकारों व मानसिक बीमारियों संभावित रूप से अपने जैविक बच्चे को हो सकती हैं यदि आप अपने होने वाले  बच्चे को खतरे में डालने के बारे मे चिंतित है तो आप बच्चा गोद लेकर सुरक्षित रह सकते हैं।
  • किसी बच्चे को परिवार का प्यार देना।
  • किसी बच्चे की जिंदगी में माता पिता की कमी पूरी करना। 
  • एक बच्चे को जीवन मे आगे बढ़ने में मदद करना।

जबकि गोद लेने पर विचार करने के कई कारण हैं पर, यह सभी के लिए नही है। यदि आप गोद लेने पर विचार कर रहे हैं तो प्रक्रिया शुरू करने से पहले खुद से ये जरूर पूछना चाहिए कि आप किसी बच्चे के पालन पोषण करने के लिए तैयार हो या नहीं?

 तो खुद से पूछो:

• क्या मैं बच्चा गोद लेने के लिए तैयार हूँ?

•क्या मैं भावनात्मक रूप से बच्चे को अपनाने के लिए तैयार हूँ?

•क्या मैं बच्चे का खर्चा उठा सकता/ सकती हूँ?

बच्चा गोद लेने की एक काफी लंबी प्रक्रिया होती हैं जिसमे आपको सब्र से काम लेना पड़ेगा। भावनात्मक और वित्तीय तौर पर भी तैयार रहना पड़ेगा। हालांकि खर्चा इस प्रक्रिया में भी होता है। गोद लेने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी के लिए आप www.cara.nic.in देखें।

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