झाँसी का चिरगांव और बनारस का लमही वैसे तो साधारण भारतीय गांवों जैसे है , पर इन दोनों गाँवों का भारतीय साहित्य को समृद्ध बनाने में ऐतिहासिक योगदान रहा, हिंदी के राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त का जन्म चिरगांव में, और हिंदी के महानतम उपन्यासकार मुंशी प्रेमचन्द का जन्म लमही में हुआ| बीते दिनों राष्ट्र ने इन […]

प्रेमचन्द, मैथिलीशरण गुप्त और महात्मा गाँधी

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सिद्धार्थ सिंह तोमर

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